भारतीय रक्षा निर्माण में तकनीकी हस्तांतरण

Authors

  • Dr. Pappu Chaudhary Assistant Professor, Defence & Strategic Studies, Seth P.C. Bagla (PG) College, Hathras, Uttar Pradesh, India

Keywords:

कौशल विकास योजना, एचएएल तेजस विमान, भारतीय अर्थव्यवस्था का तेज विकास

Abstract

भारतीय रक्षा निर्माण में तकनीकी हस्तांतरण एवं रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने में एक महत्वपूर्ण कारक के रूप में दृष्टिगत है। रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करने के लिए 1947 से वर्तमान तक रक्षा मंत्रालय ने विकास एवं राष्ट्रीय सुरक्षा को प्राथमिकता में रखा है। तकनीकी हस्तांतरण के द्वारा भारत ने रक्षा क्षेत्र में तेज व आसान तरीके से अपनी उत्पादन आवश्यकता को पूरा करने पर जोर दिया है। इस तकनीक से भारत ने कौशल विकास योजना, रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता प्राप्त करना एवं स्वदेशी तकनीकी को अपनाकर अत्याधुनिक हथियारों और उपकरणों से लैस होकर भविष्य की चुनौतियों से निपटने में कुछ हद तक सफलता प्राप्त की है। हाल द्वारा विकसित एचएएल तेजस विमान एवं विभिन्न प्रकार की सैन्य तकनीकी का इजाद किया गया है।

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Published

2023-03-04

How to Cite

[1]
P. Chaudhary, “भारतीय रक्षा निर्माण में तकनीकी हस्तांतरण”, J. Soc. Rev. Dev., vol. 2, no. 1, pp. 34–37, Mar. 2023.

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